भारत की सुरक्षा प्रणाली को और भी मजबूत बनाते हुए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सभी नापाक इरादों पर पानी फेर दिया है. यह आधुनिक मिसाइल प्रणाली अब भारत की वायु सीमा की रक्षा के लिए सबसे भरोसेमंद कवच बन चुकी है. S-400 ने पाकिस्तान की ओर से किए गए सभी प्रकार के हमलों का न केवल मुंहतोड़ जवाब दिया बल्कि भारत को खतरों से भी बचाने में अहम भूमिका बनाई. पिछले तीन दिनों में पाकिस्तान की ओर से जितनी भी उकसावे वाली कार्रवाई की गई एस-400 ने उसे हवा में ही ध्वस्त कर दिया. पाकिस्तान की ओर से बड़े स्तर पर ड्रोन अटैक की नाकाम कोशिश की गई, लेकिन भारत का यह एयर डिफेंस सिस्टम एक-एक सभी को हवा में ध्वस्त करता गया. इस सिस्टम ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया.
एस-400 की निगरानी और मारक क्षमता इतनी सटीक है कि पाकिस्तान अब हवाई हमलों की रणनीति बनाने से पहले कई बार सोचने पर मजबूर हो गया. नियंत्रण रेखा (LoC) के पास S-400 की मौजूदगी ने भारत की एयर डिफेंस को अभेद्य बना दिया है. इस एयर डिफेंस सिस्टम ने पिछले दिनों में पाकिस्तान की ओर से भेजे गए ड्रोनों को हवा में ध्वस्त कर दिया. S-400 को भारत का सुदर्शन चक्र भी कहा जाता है.
क्या है S-400?
S-400 रूस में निर्मित एक अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम है, जो दुश्मन के लड़ाकू विमानों, मिसाइलों, ड्रोन और अन्य हवाई खतरों को करीब 400 किलोमीटर तक की दूरी से पहचान कर उन्हें नष्ट करने में सक्षम है. यह सिस्टम एक साथ 36 से अधिक लक्ष्यों को ट्रैक और टारगेट कर उन्हें हवा में ही ध्वस्त करने की क्षमता रखता है.
S-400 भारत के लिए सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि एक रणनीतिक सुरक्षा कवच है, जिसने दुश्मनों की हिम्मत तोड़ दी है. यह प्रणाली अब भारत की सीमाओं को पहले से कहीं ज्यादा सुरक्षित बना रही है.
कैसे बना पाकिस्तान के लिए सिरदर्द?
पाकिस्तान की ओर से अक्सर सीमा पार घुसपैठ और एयरस्पेस उल्लंघन की कोशिशें होती रहती हैं, लेकिन S-400 उसके हर प्रयास को नाकाम कर दिया. यह सिस्टम पाकिस्तान के किसी भी हवाई हमले को पहले ही पहचान कर निष्क्रिय करता गया. इससे पाकिस्तान की एयरफोर्स को रणनीतिक रूप से बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा.
भारत के लिए क्यों है अहम?
- लंबी दूरी की मारक क्षमता
- एक साथ कई लक्ष्यों पर हमला करने की शक्ति
- 24×7 निगरानी और प्रतिक्रिया
- मिसाइलों और लड़ाकू विमानों दोनों से रक्षा
पहलगाम आतंकी हमले का भारत ने लिया बदला
जम्मू-कश्मीर के पर्यटन स्थल पर पहलाम में आतंकियों ने 22 अप्रैल 2025 को 26 नागरिकों को गोली मार दी थी. हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों ने पहले पर्यटकों से उनके धर्म पूछे और फिर गोली मारी. इस घटना के बाद भारत ने आतंक और उनके आकाओं के खिलाफ आखिरी जंग की मांग उठने लगी थी. लोगों में गुस्सा था और लोग सरकार से आतंकियों के खिलाफ सख्त एक्शन की मांग करने लगे थे. हमले के ठीक 15वें दिन भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और पाकिस्तान में 9 जगहों पर स्ट्राइक कर आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया. भारत की इस कार्रवाई ने आतंकवाद को बड़ी चोट पहुंचाई.
ऑपरेशन सिंदूर से तिलमिला गया था पाकिस्तान
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान तिलमिला उठा. इसके बाद उसने बॉर्डर से सटे राज्यों में ड्रोन अटैक की कोशिश की जिसे भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया. पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर भी भारी गोलीबारी की गई जिसका भारत ने करारा जवाब दिया. भारत की जवाबी कार्रवाई के डर से पाकिस्तान अब सीजफायर पर राजी हुई है. पाकिस्तान के डीजीएमओ ने खुद भारत के डीजीएमओ को फोन कर सीजफायर पर बात की और फिर इसका ऐलान किया गया.