Owaisi Welcomes Ceasefire Questions US Mediation in India Pakistan Conflict PM Narendra Modi.

पहलगाम आतंकी हमले के दो पिछले दो हफ्तों से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का शनिवार की शाम को पटाक्षेप लग गया. अमेरिका की मध्यस्थता में भारत और पाकिस्तान ने सीजफायर पर सहमति जताई. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दोनों देशों के बीच युद्धविराम का स्वागत किया है, लेकिन उन्होंने अमेरिका की मध्यक्षता को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछे हैं.

असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल साइट एक्स पर ट्वीट कर कहा कि जब तक पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद के लिए अपने क्षेत्र का उपयोग करता रहेगा, तब तक स्थायी शांति नहीं हो सकती. युद्धविराम हो या न हो, हमें पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पीछा करना चाहिए.

बाहरी आक्रमण के खिलाफ सरकार के साथ खड़ा हूं

उन्होंने कहा कि मैं हमेशा बाहरी आक्रमण के खिलाफ सरकार और सशस्त्र बलों के साथ खड़ा रहा हूं. यह जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि मैं सशस्त्र बलों को उनकी बहादुरी और उनके सराहनीय कौशल के लिए धन्यवाद देता हूं. मैं सेना के जवान एम मुरली नाइक, एडीडीसी राज कुमार थापा को श्रद्धांजलि देता हूं और संघर्ष के दौरान मारे गए या घायल हुए सभी नागरिकों के लिए प्रार्थना करता हूं. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि यह युद्धविराम सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को राहत देगा.

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मुझे यह भी उम्मीद है कि भारतीय और भारतीय राजनीतिक दल पिछले दो हफ्तों से सीखेंगे. भारत तब मजबूत होता है जब वह एकजुट होता है; हमारे दुश्मनों को फायदा होता है जब भारतीय भारतीयों से लड़ते हैं.

उन्होंने कहा कि मेरे कुछ सवाल हैं, और मुझे उम्मीद है कि सरकार स्पष्ट करेगी. आइए जानें ओवैसी ने क्या पूछे सवाल-

  1. मैं चाहता हूं कि हमारे पीएम नरेंद्र मोदी ने किसी विदेशी देश के राष्ट्रपति के बजाय युद्धविराम की घोषणा की होती. हम शिमला (1972) से हमेशा तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का विरोध करते रहे हैं. हमने अब इसे क्यों स्वीकार कर लिया है? मुझे उम्मीद है कि कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण नहीं किया जाएगा, क्योंकि यह हमारा आंतरिक मामला है.
  2. हम तटस्थ क्षेत्र पर बातचीत करने के लिए क्यों सहमत हो रहे हैं? इन वार्ताओं का एजेंडा क्या होगा? क्या संयुक्त राज्य अमेरिका यह गारंटी देता है कि पाकिस्तान अपने क्षेत्र का उपयोग आतंकवाद के लिए नहीं करेगा?
  3. क्या हमने पाकिस्तान को भविष्य में आतंकी हमले करने से रोकने का अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है? क्या हमारा लक्ष्य ट्रम्प की मध्यस्थता से युद्ध विराम करवाना था या पाकिस्तान को ऐसी स्थिति में लाना था कि वह किसी और आतंकी हमले के बारे में सपने में भी न सोचे?
  4. हमें पाकिस्तान को FATF की ग्रे सूची में डालने के लिए अंतरराष्ट्रीय अभियान जारी रखना चाहिए.

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